जिसको” सहना” आ गया
उसको” रहना” आ गया !
जो “सह” नहीं सकता,
वो इस दुनिया मे “रह” नहीं सकता !
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में,
जमीं पर आने में वक़्त नहीं लगता।
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में,
वक़्त को गुज़रने में वक़्त नहीं लगता !
जिसको” सहना” आ गया
उसको” रहना” आ गया !
जो “सह” नहीं सकता,
वो इस दुनिया मे “रह” नहीं सकता !
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में,
जमीं पर आने में वक़्त नहीं लगता।
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में,
वक़्त को गुज़रने में वक़्त नहीं लगता !